वसंत पंचमी पर अमृत स्नान के दौरान विदेशी श्रद्धालुओं में अलग ही उमंग देखने को मिली। वह भी भारतीय संस्कृति और भक्ति में लीन दिखाई दिए। अखाड़ों के संतों के साथ स्नान करने के
बाद उन्होंने भी हर-हर गंगे, बम-बम भोले के जयकारे लगाए। इसके साथ ही उन्होंने दुनिया को शांति और सौहार्द का संदेश दिया। सोमवार सुबह ब्रह्म मुहूर्त में विभिन्न अखाड़ों के साथ विदेशी भी संगम स्नान करने के लिए पहुंचे। उन्होंने गले में रुद्राक्ष की माला पहनी हुई थी और होठों पर जयकारे थे। निरंजनी अखाड़े के महंत ओम भारती के साथ एक विदेशी श्रद्धालु फूलों की मालाओं का श्रृंगार कर तट पर पहुंची थीं। उन्होंने मौन धारण किया था। साथ के श्रद्धालुओं ने बताया कि वह सनातन धर्म के महत्व को समझने और इसका...
जगकर गंगा तट पर टहलते थे और लोगों से बात करते थे। यहां आकर सनातन को समझने का प्रयास किया है कि कैसे लोग यहां पूजा और अध्यात्म के लिए आ रहे हैं। यह एकता की मिशाल है। किसी में कोई भेद नहीं है और चारों ओर शांति होनी चाहिए। मैं पेशे से योगाचार्य हूं। मैं मुझे यहां पर बुल्गारिया, मैक्सिको और दूसरे देशों के भी लोग मिले हैं। यह सनातन धर्म को प्रत्यक्षरूप से देखने का मौका था। -पिनलोपी, ग्रीस मैं अपने पति के साथ भारत आई हूं। यहां के लोग बहुत अच्छे हैं। अध्यात्म का जबरदस्त अनुभव हुआ है। इसका कोई जवाब...
Mahashivratri 2025 Mahakumbh 2025 Date Vasant Panchami 2025 Prayagraj News In Hindi Latest Prayagraj News In Hindi Prayagraj Hindi Samachar
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
महाकुंभ 2025 : विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन, 2 लाख करोड़ से अधिक का हो सकता है व्यापारMahakumbh Amrit Sanan: आज अमृत स्नान...बेहद ही उम्दा इंतज़ाम, श्रद्धालुओं ने ऐसे जाहिर की ख़ुशी
और पढो »
अमृत स्नान की शुरुआत: महाकुंभ में सनातन की परंपरा बदलने वाला नया अध्यायमकर संक्रांति पर त्रिवेणी के तट पर पहली बार अमृत स्नान होगा। शाही स्नान का नाम बदलकर अमृत स्नान कर दिया गया है।
और पढो »
महाकुंभ: वसंत पंचमी पर तीसरा अमृत स्नान शुरू, अखाड़ों के संतों ने लगाई पवित्र डुबकीपवित्र गंगा संगम पर एक करोड़ २९ लाख श्रद्धालुओं ने वसंत पंचमी पर स्नान किया।
और पढो »
महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर भगदड़, कई श्रद्धालुओं की जान गईप्रयागराज के संगम तट पर मौनी अमावस्या के अमृत स्नान से पहले भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई है, जिसमें कई श्रद्धालुओं के हताहत होने की खबर है।
और पढो »
महाकुंभ का आखिरी अमृत स्नान, आसमान से श्रद्धालुओं और संतों पर फूलों की बारिशमहाकुंभ का आखिरी अमृत स्नान आज बसंत पंचमी के पावन पर्व पर संगम तट पर आयोजित है। विभिन्न अखाड़ों के साधु-संत शोभायात्रा निकालते हुए संगम तट पर डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। तीसरे अमृत स्नान की निगरानी खुद मुख्यमंत्री योगी कर रहे हैं। महाकुंभ के आखिरी अमृत स्नान पर संगम तट पर जुटे साधु-संतों और श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की गई है। यह पुष्प वर्षा हेलिकॉप्टर के जरिए की गई है। 144 साल बाद आए इस महाकुंभ का यह आखिरी अमृत स्नान है।
और पढो »
महाकुंभ में अब होगा अमृत स्नानसनातन धर्म की परंपरा में बदलाव, शाही स्नान को अमृत स्नान नाम दिया गया। 14 जनवरी से त्रिवेणी के तट पर अमृत स्नान की शुरुआत होगी।
और पढो »