Turmeric Cultivation: आज के महंगाई के दौर में हल्दी की खेती किसानों के लिए एक फायदे का सौदा हो सकता है. क्योंकि वैज्ञानिकों की सलाह और आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके हल्दी की खेती कर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. (रिपोर्टः बिन्नू बाल्मीकि/ बहराइच)
बहराइच जिले के कृषि विज्ञान केंद्र के डॉक्टर नंदन सिंह ने Local18 को बताया कि हल्दी की बुवाई के समय पंक्तियों के बीच 60 सेंटीमीटर और पौधों के बीच 15-20 सेंटीमीटर की दूरी का विशेष ध्यान रखना चाहिए, ताकि फसल अच्छी तरह से विकसित हो सके. उन्होंने कहा कि हल्दी की खेती में सही तरीके अपनाने से लागत और मुनाफा, दोनों ही बढ़ जाते हैं. इसकी बुवाई का सबसे उपयुक्त समय अप्रैल के अंत या मई की शुरुआत है. हल्दी की खेती हल्की धूप-छांव वाली जगहों पर जैसे आम या अमरूद के बागों में भी की जा सकती है.
जब खेतों में जीवामृत का छिड़काव किया जाता है, तो मल्चिंग के लिए इस्तेमाल की गई सामग्री धीरे-धीरे सड़कर खाद का काम करती है, जिससे मिट्टी की माइक्रोबॉयल गतिविधि बढ़ जाती है. उन्होंने आगे बताया कि हल्दी की बुवाई से एक दिन पहले बीज को बीजामृत से उपचारित करना चाहिए. बीज को बीजामृत में डुबोकर 30 मिनट तक सूखने दिया जाता है, फिर उसकी बुवाई की जाती है. यह प्रक्रिया फसल की गुणवत्ता को बढ़ाती है और उसकी पैदावार में वृद्धि करती है. मल्चिंग विधि से फसल को अतिरिक्त लाभ मिलता है.
How To Cultivate Turmeric Advantages And Disadvantages Of Turmeric Correct Way To Cultivate Turmeric Cultivate Turmeric By Mulching Method Benefits Of Turmeric Cultivation हल्दी की खेती कैसे करें हल्दी की खेती हल्दी के फायदे और नुकसान हल्दी खेती करने का सही तरीका मल्चिंग विधि से करें हल्दी की खेती हल्दी की खेती के फायदे
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
किसानों के लिए फायदे का सौदा है गाजर की खेती, बंपर पैदावार के साथ होगी बढ़िया कमाई, जानें तरीकागाजर की उपज के लिए रेतीली, दोमट या कीचड़ वाली मिट्टी सबसे अच्छी होती है. ये फसल 2-3 महीने में तैयार हो जाती है. आइए जानते हैं किस तरह बोएं गाजर जो किसानों के लिए फायदेमंद हो सकती है. आपको गाजर की खेती के बारे में बताते हैं.
और पढो »
फसल से टिड्डियों को भगाने का ये है अचूक उपाय, फटाफट नोट करें विधिये बड़ी संख्या में एक साथ हमला करते हैं और फसल को चंद मिनटों में नष्ट कर देते हैं. जानकारों के मुताबिक, एक टिड्डी दिनभर में 100 से 150 किमी तक उड़ सकती और 20 से 25 मिनट में ही पूरी फसल बर्बाद कर सकती है. रिपोर्ट- सिमरन जीत सिंह
और पढो »
किसान इस विधि से करें करेला की खेती, कम खर्च में होगी छप्परफाड़ कमाईयुवा किसान रिंकु सिंह ने बताया कि पांच वर्षो से करेला की खेती कर रहे हैं. करेले की खेती के लिए मचान विधि बेस्ट है. इससे कीटों और रोगों से बचाव होता है. एक बीघा में खेती करने पर 8 से 10 हजार की लागत लगता है. वहीं करेला की खेती से सीजन में दो लाख तक मुनाफा कमा ले रहे हैं. अच्छी पैदावार के लिए सही देखभाल करना बहुत जरूरी है.
और पढो »
इस विधि से करें तोरई की खेती, 500 रूपए आएगी लागत और कमाई होगी जबरदस्तफर्रुखाबाद की महिला किसान मीरा बने बताया कि पिछले 20 वर्षों से सब्जियों की खेती करते आ रहे हैं. इस समय खेतों में तोरई की फसल का उत्पादन कर रही है. इसकी फसल को तैयार करने में आमतौर पर 500 रुपए की लागत आती है और जब फलन शुरू होता है तो हाथों-हाथ बिक जाता है. मचान विधि से खेती करने पर बेहतर उत्पादन के साथ कमाई भी अच्छी होती है.
और पढो »
शुगर के लिए काल है किचन में रखा ये मसाला, इस तरह से करें इस्तेमालशुगर के लिए काल है किचन में रखा ये मसाला, इस तरह से करें इस्तेमाल
और पढो »
सुपरफूड गाजर की खेती करा सकती है किसानों की जबरदस्त कमाई, ऐसे करें खेतीCarrot Farming: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में गाजर की खेती की जाती है. इस खेती को लेकर किसान ने बताया कि एक बीघा खेती में 30 कुंतल तक गाजर निकलती है. जहां 10 हजार की लागत पर किसान 30 हजार रुपए का मुनाफा कमा सकते हैं.
और पढो »