पितरों के देवता अर्यमा कौन हैं: पितरों के देवता का नाम अर्यमा है। भगवान अर्यमा का नाम लिए बिना पितरों का तर्पण नहीं किया जाता है। गरुड़ पुराण के अनुसार अर्यमा कश्यप ऋषि और अदिति के पुत्र हैं। अर्यमा को अर्यमन भी कहा जाता है। भगवान अर्यमा पितृलोक के न्यायधीश और राजा भी माने जाते हैं। आइए, जानते हैं पितृलोक से जुड़े...
पितृपक्ष में पितरों की आत्मा की शांति के लिए उनका तर्पण किया जाता है। पौराणिक मान्यता है कि हमारे पूर्वज मरने के बाद पितरलोक में निवास करते हैं। इस पितरलोक में एक दूसरा संसार है, जहां पर यहां जैसा जीवन होता है। आप जो भी चीजें पितरों को अर्पित करते हैं, वे उन तक उसी लोक में पहुंचती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि पितरलोक का देवता कौन है? पितरों के देव अर्यमा है। आइए, जानते हैं पितृलोक के देवता भगवान अर्यमा के बारे में।पितरों के देवता अर्यमा कौन हैं ऋषि कश्यप की पत्नीं अदिति के 12 पुत्रों में से...
ॐ मृत्योर्मा अमृतं गमय।।अर्थात : पितरों में अर्यमा श्रेष्ठ है। अर्यमा पितरों के देव हैं। अर्यमा को प्रणाम। हे! पिता, पितामह, और प्रपितामह। हे! माता, मातामह और प्रमातामह आपको भी बारम्बार प्रणाम। आप हमें मृत्यु से अमृत की ओर ले चलें।कितने तरह के होते हैं पितर पुराण अनुसार मुख्यत: पितरों को दो श्रेणियों में रखा जा सकता है- दिव्य पितर और मनुष्य पितर। दिव्य पितर उस जमात का नाम है, जो जीवधारियों के कर्मों को देखकर मृत्यु के बाद उसे क्या गति दी जाए, इसका निर्णय करता है। इस श्रेणी का प्रधान यमराज है।...
Pitaro Ke Devta Ka Naam Pitaro Ke Devta Aryama Kaun Hai Pitar Lok Kya Hai पितृलोक में पितर कैसे रहते हैं अर्यमा देवता कौन है Pitra Lok Kya Hota Hai पितृपक्ष 2024 की बातें पितृलोक की खासियत क्या है Pitar Kitni Tarah Ke Hote Hai पितृ पक्ष
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