वीबीए अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने 'एक देश एक चुनाव' विधेयक को लेकर चिंता जताते हुए इसे तानाशाही की शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि यदि यह विधेयक पास हो गया, तो यह भारत में राजनीतिक दलों के खत्म होने की शुरुआत हो सकती है और देश का भविष्य खतरे में पड़ेगा।
देश भर में एक देश एक चुनाव के मुद्दे को लेकर सियासी गर्माहट सातवें आसमान पर है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी तकरार भी बड़े पैमाने पर देखने को मिल रही है। इसी बीच बुधवार को प्रस्तावित 'एक देश एक चुनाव' के बारे में वंचित बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने चिंता जताते हुए इसे तानाशाह की शुरुआत करार दिया। उन्होंने कहा कि यदि यह विधेयक पास हो गया, तो यह भारत में राजनीति क दलों के खत्म होने की शुरुआत हो सकती है। देश का भविष्य खतरे में- आंबेडकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए...
अब केंद्र पर आर्थिक रूप से निर्भर हैं और उनकी अर्थव्यवस्थाएं खत्म हो गई हैं।" तानाशाह की शुरुआत- आंबेडकर एक अन्य सवाल के जवाब में प्रकाश आंबेडकर ने एक देश एक चुनाव के विधेयक को तानाशाह की शुरुवआत बताते हुए कहा कि यह तानाशाही की शुरुआत है। कांग्रेस को स्पष्ट रुख अपनाना होगा, उसे ढुलमुल नहीं होना चाहिए। बता दें कि इससे पहले, संविधान विधेयक, 2024 और केंद्र शासित प्रदेश कानून विधेयक, 2024 को मतदान के बाद लोकसभा में पेश किया गया। विधेयक के पक्ष में 269 और विपक्ष में 196 वोट पड़े। इसके बाद कानून...
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