नीदरलैंड्स में ट्यूलिप एक राष्ट्रीय खजाना हैं. लेकिन जलवायु परिवर्तन और ब्रेक्जिट से फूल व्यवसाय पर खतरा मंडरा रहा है.
वसंत एक ऐसा मौसम है जब नीदरलैंड्स रंग-बिरंगा नजर आने लगता है और चारों तरफ फूल ही फूल नजर आते हैं. उत्तरी सागर के तट पर बसा यह छोटा सा देश ट्यूलिप का विश्व में सबसे बड़ा निर्यातक है. यहां से हर साल लगभग 25 लाख ट्यूलिप के फूल दुनिया भर में बेचे जाते हैं.ट्यूलिप के फूल पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र हैं. लिस के कुकेनहॉफ में दुनिया भर से लोग यहां आकर इन खिलते हुए फूलों की तस्वीरें निकालने का इंतजार करते हैं.
इन दोनों का संयोजन ट्यूलिप के खेतों के लिए खतरे की घंटी है.स्मिट ने कहा, "पिछले साल यहां बारिश और सिर्फ बारिश हुई और इसका परिणाम आप देख रहे हैं. आठ से नौ प्रतिशत के बीच ट्यूलिप के पौधे मर गए और इससे ज्यादा पर अभी भी खतरा है क्योंकि सर्दियों में नमी अधिक थी. इसलिए ट्यूलिप की जड़ें पानी की खोज में ज्यादा गहराई में नहीं जा पाईं. मुझे अब इस बात का डर लग रहा है कि गर्मी के दिनों में जड़ों को जरूरत के अनुसार पानी नहीं मिल पाएगा और पौधे एक बार फिर मर जाएंगे.
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