प्रशांत भूषण ने 'एक देश एक चुनाव' को बताया अव्यावहारिक और असंवैधानिक

राजनीति समाचार

प्रशांत भूषण ने 'एक देश एक चुनाव' को बताया अव्यावहारिक और असंवैधानिक
प्रशांत भूषणएक देश एक चुनावसुप्रीम कोर्ट
  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 51 sec. here
  • 9 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 48%
  • Publisher: 51%

प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट के फैसलों, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की शक्तियों के दुरुपयोग और आर्थिक असमानता पर चिंता जताई। उन्होंने 'एक देश एक चुनाव' को अव्यावहारिक और असंवैधानिक बताया और आर्थिक और राजनीतिक लोकतंत्र के बीच अंतर समझने की आवश्यकता पर बल दिया।

सुप्रीम कोर्ट के जाने माने वकील और कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने ' एक देश एक चुनाव ' पर अपने विचार व्यक्त किए। जहां उन्होंने मंगलवार को इसे 'अव्यावहारिक और असंवैधानिक' बताते हुए कहा कि संसदीय लोकतंत्र में एक साथ चुनाव कराना व्यावहारिक नहीं है क्योंकि सरकार का कार्यकाल बहुमत पर निर्भर करता है। प्रशांत भूषण ने बात पर भी जोर दिया कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने धार्मिक स्थलों पर कब्ज़ा करने और बुलडोजर न्याय के खिलाफ जो फैसले दिए वे महत्वपूर्ण थे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिदों को मंदिरों के

लिए अधिग्रहित करने से जुड़ी सभी मुकदमों पर रोक लगाई है जो एक अच्छा कदम है। बुलडोजर न्याय पर भी डाला जोर प्रशांत भूषण ने बुलडोजर न्याय पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने ये भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर न्याय पर भी रोक लगाई है, जिससे अवैध रूप से संपत्ति ध्वस्त करने पर काबू पाया गया है। इसके अलावा, उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की शक्तियों के दुरुपयोग पर भी चिंता जताते हुए कहा कि ईडी को विपक्षी नेताओं, पत्रकारों और कार्यकर्ताओं को परेशान करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। आर्थिक लोकतंत्र और राजनीतिक लोकतंत्र इसके साथ ही प्रशांत भूषण ने आर्थिक लोकतंत्र और राजनीतिक लोकतंत्र के बीच अंतर को समझने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक असमानता इतनी बढ़ चुकी है कि कुछ बड़े परिवारों के पास देश के निचले 50 प्रतिशत लोगों से ज्यादा संपत्ति है। उन्होंने प्रगतिशील कर और संपत्ति कर की बात की, जो आर्थिक असमानता को कम कर सकते थे। उन्होंने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर व्यक्ति को बुनियादी सुविधाएं जैसे भोजन, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा मिल सके ताकि वह एक सम्मानजनक जीवन जी सके

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

Amar Ujala /  🏆 12. in İN

प्रशांत भूषण एक देश एक चुनाव सुप्रीम कोर्ट ईडी आर्थिक असमानता राजनीतिक लोकतंत्र आर्थिक लोकतंत्र

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

प्रशांत भूषण ने 'एक देश एक चुनाव' को बताया अव्यावहारिकप्रशांत भूषण ने 'एक देश एक चुनाव' को बताया अव्यावहारिकप्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसलों और आर्थिक असमानता पर भी चर्चा की।
और पढो »

एक देश-एक चुनाव: सरकार की स्पष्टीकरणएक देश-एक चुनाव: सरकार की स्पष्टीकरणभारत सरकार ने 'एक देश-एक चुनाव' विधेयक को लेकर अपनी बात रखी है और यह स्पष्ट कर दिया है कि एक साथ चुनाव क्यों जरूरी है।
और पढो »

One Nation One Election: 'एक राष्ट्र एक चुनाव' भारत के लोकतंत्र के लिए हानिकारकOne Nation One Election: 'एक राष्ट्र एक चुनाव' भारत के लोकतंत्र के लिए हानिकारकOne Nation One Election: एक राष्ट्र एक चुनाव पर कोविंद समिति का तर्क है कि एक साथ चुनाव कराने से देश की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा और चुनावी खर्च कम होगा.
और पढो »

एक देश एक चुनाव: राष्ट्रपति को सौंपी गई रिपोर्टएक देश एक चुनाव: राष्ट्रपति को सौंपी गई रिपोर्टएक देश एक चुनाव कमेटी ने अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंप दी है। रिपोर्ट में एक साथ चुनाव कराने के कई फायदे बताए गए हैं।
और पढो »

कांग्रेस ने 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' पर केंद्र सरकार पर किया हमलाकांग्रेस ने 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' पर केंद्र सरकार पर किया हमलाकांग्रेस ने 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि इसके पीछे मोदी सरकार की मंशा 'एक राष्ट्र, कोई चुनाव नहीं' है।
और पढो »

लोकसभा में 'एक देश, एक चुनाव' बिल पेशलोकसभा में 'एक देश, एक चुनाव' बिल पेशलोकसभा में 'एक देश, एक चुनाव' संशोधन बिल 2024 पेश किया गया। यह बिल लोकसभा, राज्य विधानसभा और स्थानीय निकायों के चुनावों को एक साथ कराने का प्रस्ताव रखता है।
और पढो »



Render Time: 2025-02-15 18:38:25