भारत के रत्न और आभूषण उद्योग ने सरकार से आगामी बजट 2025 में जीएसटी दर को कम करने का अनुरोध किया है। उद्योग के प्रतिनिधियों का कहना है कि मौजूदा 3% जीएसटी दर को 1% तक कम करने से उद्योग पर वित्तीय बोझ कम होगा और ग्राहकों को राहत मिलेगी।
भारत के रत्न और आभूषण उद्योग ने सरकार से आगामी बजट 2025 में जीएसटी दर को कम करने का अनुरोध किया है। उद्योग के प्रतिनिधियों का कहना है कि मौजूदा 3% जीएसटी दर को 1% तक कम करने से उद्योग पर वित्त ीय बोझ कम होगा और ग्राहकों को राहत मिलेगी। अखिल भारतीय रत्न और आभूषण घरेलू परिषद (GJC) के चेयरमैन राजेश रोकड़े ने कहा कि सोने की बढ़ती कीमतों और मौजूदा जीएसटी दर के कारण उद्योग और ग्राहकों, खासकर ग्रामीण इलाकों में, भारी प्रभाव पड़ रहा है। उनका मानना है कि जीएसटी दर में कमी से ग्राहकों की खरीद क्षमता में
वृद्धि होगी और कर अनुपालन में सुधार होगा।परिषद ने प्राकृतिक और लैब-मेड डायमंड्स पर अलग-अलग जीएसटी दर लागू करने का सुझाव दिया है। इससे लैब-मेड डायमंड्स के स्थायित्व और किफायती गुणों को बढ़ावा मिलेगा। वर्तमान में, दोनों प्रकारों के हीरों पर समान 3% जीएसटी लगाया जाता है। GJC ने सरकार से रत्न और आभूषण उद्योग के लिए एक समर्पित मंत्रालय स्थापित करने और राज्यवार नोडल कार्यालय स्थापित करने का भी अनुरोध किया है। परिषद का कहना है कि एक केंद्रीय मंत्री की नियुक्ति इस क्षेत्र के विकास में गति ला सकती है
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रत्न और आभूषण उद्योग ने बजट में जीएसटी में कमी की मांग कीजीएसटी की वर्तमान दर के कारण उद्योग और ग्राहकों पर बोझ बढ़ रहा है, इसलिए रत्न और आभूषण उद्योग ने सरकार से आगामी बजट में जीएसटी को 1 प्रतिशत करने का आग्रह किया है।
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रत्न और आभूषण उद्योग ने बजट 2024 में जीएसटी में कमी की मांग कीअखिल भारतीय रत्न और आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) ने आगामी बजट में जीएसटी को 1% से घटाने का आग्रह किया है। सोने की कीमतों में वृद्धि के कारण, जीएसटी का वर्तमान 3% स्तर उद्योग और उपभोक्ताओं के लिए बोझ बन रहा है। जीजेसी का तर्क है कि जीएसटी में कमी से उपभोक्ताओं की खरीद क्षमता बढ़ेगी और औपचारिक अर्थव्यवस्था का आकार बढ़ेगा। जीएसटी में कमी के अलावा, जीजेसी ने प्रयोगशाला में तैयार हीरों के लिए रियायती जीएसटी दर और आभूषण क्षेत्र के लिए एक समर्पित मंत्रालय की मांग की है।
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रत्न और आभूषण उद्योग ने सरकार से जीएसटी घटाने की मांग कीरत्न और आभूषण उद्योग ने सरकार से आगामी बजट में जीएसटी घटाने की मांग की है. उद्योग के प्रतिनिधियों का कहना है कि मौजूदा 3% जीएसटी को 1% तक कम किया जाए, जिससे उद्योग और ग्राहकों पर पड़ने वाला बोझ कम हो सके.
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रत्न और आभूषण उद्योग ने जीएसटी में कटौती की मांग कीरत्न और आभूषण उद्योग ने सरकार से आगामी बजट में जीएसटी दर को एक प्रतिशत तक कम करने का आग्रह किया है।
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रत्न और आभूषण उद्योग ने सरकार से जीएसटी में कटौती की मांग कीअखिल भारतीय रत्न व आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) ने आगामी बजट में जीएसटी को 1 प्रतिशत करने का आग्रह किया है। जीजेसी ने कहा कि सोने की कीमतों में वृद्धि के कारण वर्तमान जीएसटी दर उद्योग और ग्राहकों के लिए बोझ बनती जा रही है।
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रत्न आभूषण उद्योग का जीएसटी घटाने का आग्रहरत्न और आभूषण क्षेत्र ने सरकार से आगामी बजट में जीएसटी दर को घटाकर एक प्रतिशत करने का आग्रह किया है।
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