यह लेख हरियाणा की पुरुषों और महिलाओं की पारंपरिक पोशाकों और आभूषणों का वर्णन करता है।
हरियाणा में पुरुषों का पारंपरिक पहनावा धोती , कुर्ता और पगड़ी है. यह पहनावा क्षेत्रीय संस्कृति का प्रतीक है, जो आज भी कुछ हिस्सों में देखा जाता है. हालांकि समय के साथ इसका रूप थोड़ा बदल चुका है, लेकिन पारंपरिक पहनावा अब भी जीवित है. हरियाणा की महिलाएं पारंपरिक रूप से घाघरा , चोली और चुंदड़ी पहनती हैं. यह पहनावा राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है और महिलाओं के सौंदर्य और गरिमा को बढ़ाता है. यह पहनावा आज भी कुछ गांवों में प्रचलित है.
पारंपरिक पहनावे के साथ-साथ अब वे फैशन के अनुसार कपड़े पहनती हैं, लेकिन कुछ महिलाएं अभी भी पारंपरिक पहनावा पसंद करती हैं. हरियाणा की महिलाएं पारंपरिक आभूषण जैसे हंसली, हार, चूड़ियां, और कंठी पहनती हैं. साथ ही पांव में कड़ी, झांझण और चूड़ियां पहनने का चलन है. ये आभूषण उनकी सांस्कृतिक पहचान और सौंदर्य का हिस्सा माने जाते हैं. समय के साथ हरियाणा के पुरुषों का पहनावा भी बदल चुका है. अब वे पश्चिमी कपड़े जैसे शर्ट, पैंट, और जीन्स पहनते हैं.
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हरियाणा के पारंपरिक पोशाक और आभूषणयह लेख हरियाणा के पारंपरिक पोशाक और आभूषणों के बारे में बताता है। पुरुषों का पारंपरिक पहनावा धोती, कुर्ता और पगड़ी है, जबकि महिलाओं का घाघरा, चोली और चुंदड़ी है। हालाँकि, समय के साथ यह पहनावा बदल चुका है और आजकल आधुनिक कपड़े भी लोकप्रिय हो रहे हैं।
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