Mahakumbh 2025: एक कल्प का मतलब ब्रह्मा का एक दिन... क्या है कल्पवास; अक्षय पुण्य की होती है प्राप्ति

Kalpavas समाचार

Mahakumbh 2025: एक कल्प का मतलब ब्रह्मा का एक दिन... क्या है कल्पवास; अक्षय पुण्य की होती है प्राप्ति
Mahakumbh 2025Kumbh MelaPrayagraj
  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 26 sec. here
  • 14 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 56%
  • Publisher: 51%

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है तो प्रयागराज में शुरू हुए कल्पवास में एक कल्प का पुण्य मिलता है। शास्त्रों में एक कल्प का मतलब ब्रह्मा का एक

मान्यताओं के अनुसार माघ माह में सभी तीर्थों को अपने राजा से मिलने प्रयागराज आना पड़ता है। गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम पर स्नान करके यह तीर्थ और देवता धन्य हो जाते हैं। इसी लिए कहा जाता है कि कल्पवास के दौरान स्नान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। क्या है अर्धकुंभ और कल्पवास की परंपरा अर्धकुंभ और कल्पवास की परंपरा केवल प्रयाग और हरिद्वार में ही है। इतिहासकारों के अनुसार कुंभ मेले का पहला विवरण मुगलकाल के 1665 में लिखे गए गजट खुलासातु-त-तारीख में मिलता है। कुछ इतिहासकार इस तथ्य को...

इतिहासकार यह भी मानते हैं कि 19वीं शताब्दी में बारह बरस में मिलने वाले धर्माचार्यों को जब लगा कि उन्हें बीच में भी एक बार एकत्र होना चाहिए तो छह बरस पर अर्ध कुंभ की परंपरा की नींव पड़ी। हर्षवर्धन और ह्वेनसांग का कुंभ वर्णन कई इतिहासविद सम्राट हर्षवर्धन के काल से संगम पर कुंभ के आयोजन की बात करते हैं, लेकिन यही बात अंतिम नहीं है। चीनी यात्री ह्वेनसांग ने अपने यात्रा वृत्तांत में लिखा है कि हर छठवें वर्ष संगम तट पर सम्राट हर्षवर्धन की ओर से कुंभ का आयोजन होता था। सम्राट यहां धन-वस्त्र ही नहीं,...

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

Amar Ujala /  🏆 12. in İN

Mahakumbh 2025 Kumbh Mela Prayagraj Holy Dip Ganga Snan Shahi Snan Spiritual Gathering Indian Heritage Hindu Rituals Agra News In Hindi Latest Agra News In Hindi Agra Hindi Samachar

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

मकर संक्रांति पर करें इन 2 चीजों का दान, सूर्य-शनि मिलकर संवारेंगे भाग्यमकर संक्रांति पर करें इन 2 चीजों का दान, सूर्य-शनि मिलकर संवारेंगे भाग्यमकर संक्रांति के दिन स्नान और दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान सूर्य की पूजा का भी विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन से सूर्य देव उत्तरायण होते हैं। सनातन धर्म में स्नान और दान का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इससे पापों का नाश होता है और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इस मकर संक्रांति पर विशेष रूप से दो वस्तुओं का दान करने का महत्व बताया गया है, जिससे सूर्य और शनि दोनों की कृपा प्राप्त होती है।
और पढो »

मकर संक्रांति 2025: दान का विशेष धार्मिक महत्वमकर संक्रांति 2025: दान का विशेष धार्मिक महत्वमकर संक्रांति पर दान का विशेष धार्मिक महत्व है. इस दिन तिल का दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. मकर संक्रांति के साथ सूर्य की उत्तरायण गति शुरू होती है, जिसे शुभ और उन्नति का प्रतीक माना गया है. उत्तरायण के दौरान किए गए दान और पुण्य कार्यों का फल कई गुना बढ़ जाता है. शास्त्रों के अनुसार, इस समय दान करने से पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
और पढो »

महाकुंभ 2025: अमृत स्नान का शेड्यूलमहाकुंभ 2025: अमृत स्नान का शेड्यूलमहाकुंभ 2025 की शुरुआत हो चुकी है और पहले दिन एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। अखाड़ों के अमृत स्नान का शेड्यूल जारी किया गया है।
और पढो »

विनायक चतुर्थी 2025: पूजा विधि और लक्ष्मी चालीसाविनायक चतुर्थी 2025: पूजा विधि और लक्ष्मी चालीसाविनायक चतुर्थी एक महत्वपूर्ण हिंदू पर्व है जो गणेश जी की पूजा के लिए मनाया जाता है। इस दिन लक्ष्मी चालीसा का पाठ करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
और पढो »

शनिवार को भगवान शनि की पूजा, कठिन उपवास और शनि कवच का पाठशनिवार को भगवान शनि की पूजा, कठिन उपवास और शनि कवच का पाठशनिवार को भगवान शनि की पूजा करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन कठिन उपवास का पालन करें और शनि कवच का पाठ करें।
और पढो »

Mahakumbh 2025: भस्म की चादर, लंबी जटाएं, कुंभ के बाद कहां चले जाते हैं ये रहस्यमयी नागा साधुMahakumbh 2025: भस्म की चादर, लंबी जटाएं, कुंभ के बाद कहां चले जाते हैं ये रहस्यमयी नागा साधुMahakumbh Mela 2025 Prayagraj: महाकुंभ में आकर्षण का केंद्र बने नागा साधु, जिनकी रहस्यमयी दुनिया और तपस्वी जीवनशैली हमेशा एक रहस्य रही है.
और पढो »



Render Time: 2025-02-16 08:45:07