लाइफ़स्टाइल | Others यहां एक ऐसा इत्र बनता है, जो औषधीय गुणों से भरपूर है. इसे नागरमोथा इत्र के नाम से जाना जाता है. इसकी खुशबू बेहद खास होती है और इसका इस्तेमाल आम तौर पर पाक मसालों, इत्र और अगरबत्ती बनाने में किया जाता है.
Perfume City: यहां एक ऐसा इत्र बनता है, जो औषधीय गुणों से भरपूर है. इसे नागरमोथा इत्र के नाम से जाना जाता है. इसकी खुशबू बेहद खास होती है और इसका इस्तेमाल आम तौर पर पाक मसालों, इत्र और अगरबत्ती बनाने में किया जाता है.यूपी का कन्नौज अपने सुगंध और इत्र के लिए काफी प्रसिद्ध है. इसे भारत की इत्र राजधानी के रूप में जाना जाता है. कन्नौज में ही 200 से अधिक इत्र भट्टियाँ हैं और यह इत्र और गुलाब जल का बाज़ार केंद्र है. यहां एक ऐसा इत्र बनता है, जो औषधीय गुणों से भरपूर है.
नागरमोथा इत्र पहाड़ी क्षेत्रों में ज्यादा पैदा होता है. घास फूस जैसा दिखने वाला यह पौधा जिसको लोग इकट्ठा करके कन्नौज के इत्र व्यापारियों को दे देते हैं. इसके बाद इसका इत्र कन्नौज में निकाला जाता है. इसको तेज आंच में पकाया जाता है. वहीं इसकी डेग 400 से 500 किलो की होती है. वहीं इसकी कीमत की बात करे तो तो मार्केट में पिछले साल यह 18000 रूपये किलो तक बिका. वही इस साल 22000 रूपये किलो तक इसकी कीमत पहुंच गई.Polygraph Test: पॉलीग्राफी टेस्ट क्या होता है, कैसे झूठ बोलने पर पकड़ लेती है मशीन?...
नगरमोथा इत्र का प्रयोग कई तरह की औषधीय में भी किया जाता है. जोड़ों के दर्द, घुटनों के दर्द में यह बेहद फायदेमंद होता है. वहीं पूजा की हवन सामग्री में भी इसका प्रयोग होता है. नागरमोथा का इत्र निकल जाने के बाद इसका जो बुरादा बचता है वह भी प्रयोग में आ जाता है, जिसके मसाले से अगरबत्ती बनाई जाती है.
Boys Perfume Couple Perfume Famous Perfume Market
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
'इत्र नगरी' नाम से मशहूर है UP का ये शहर, यहां होता है खास इत्र तैयार, कीमत 28 लाख तक...उत्तर प्रदेश का कन्नौज शहर इत्र के लिए कफी मशहूर है. यहां आपको न केवल फूलों से, बल्कि उन सभी चीजों से भी इत्र तैयार किए जाते हैं जिनमें खुशबू की संभावना होती है. कन्नौज में एक विशेष प्रकार का इत्र भी मिलता है, जिसे केसर से तैयार किया जाता है. इस इत्र की कीमत काफी ज्यादा होती है लेकिन इसकी खुशबू भी सबसे अनोखी होती है.
और पढो »
मसालों की नगरी के नाम से फेमस है यहां के हिल स्टेशन, एक बार गए तो दे बैठेंगे दिलमसालों की नगरी के नाम से फेमस है यहां के हिल स्टेशन, एक बार गए तो दे बैठेंगे दिल
और पढो »
सावन में सुतफेनी से महक उठता है कन्नौज, फेमस इतनी की दूर-दूर से खरीदने पहुंचते हैं लोगकन्नौज अपने इत्र के लिए काफी मशहूर है. यहां के इत्र की खुशबू आपको यहां बनने वाले स्वादिष्ट व्यंजनों भी मिलती है. यहां काफी फेमस सूतफेनी भी मिलती है जो की मात्रा साल के 1 महीने ही बनती है. इसकी खुशबू से लोग यहां खींचे चले आते हैं. ऐसे में आइए विस्तार से इस सूतफेनी के बारे में जानते हैं.
और पढो »
इत्र नगरी में रसगुल्ले और राजभोग का एक साथ मिलेगा स्वाद...यहां शुद्ध छेने से बनती है अनोखी मिठाइयांKannauj News: वैसे तो कन्नौज इत्र नगरी के नाम से पूरे देश में मशहूर है. इसके अलावा भी आपको यहां खाने के लिए कई तरह के व्यंजन भी मिल जाएंगे. यहां इत्र वाली मार्केट में शंकर स्वीट्स की दुकान 20 साल पुरानी है. इस दुकान का छेने का रसगुल्ला और राजभोग बहुत ही मशहूर है.
और पढो »
जानिए कैसे तैयार होता है मेहंदी का इत्र, कहां होती है सबसे ज्यादा डिमांड?मेहंदी के इत्र की डिमांड माउथ फ्रेशनर इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा रहती है. मिट्टी और मेहंदी का इत्र सबसे ज्यादा फूड ग्रेड में काम आता है, जिससे सुगंध और स्वाद दोनों ही बढ़ जाते हैं. मेहंदी के पेड़ में जो छोटा सा एक फूल होता है उससे ही मेहंदी का इत्र निकाला जाता है.
और पढो »
इस खास आयुर्वेद जड़ी बूटी से तैयार होता है ये इत्र, जानें किन-किन चीजों में होता प्रयोगकन्नौज में एक ऐसा इत्र बनता है, जो औषधीय गुणों से भरपूर है. इसे नागरमोथा के नाम से जाना जाता है. नागरमोथा को आम तौर पर ‘नट ग्रास’ के नाम से जाना जाता है. इसकी एक खास खुशबू होती है और इसका इस्तेमाल आम तौर पर पाक मसालों, इत्र और अगरबत्ती बनाने में किया जाता है.
और पढो »